दुनियाभर के क्रिप्टोकरेंसी चाहे वह बिटकॉइन हो या इथेरियम सभी ब्लॉकचेन की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।
ब्लॉकचेन में अलग-अलग ब्लॉक की एक शृंखला होती है। इसमें सूचनाएं छिपी रहती हैं।
ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करने से किसी भी मध्यस्थ लोगों की जरुरत नहीं होती है।
जैसे बैंक, सरकार या अन्य दलाल की मध्यस्थता की आवश्यकता के बिना धन, संपत्ति, समझौते आदि जैसी वस्तुओं का आसानी से आदान-प्रदान किया जा सकता है।
इस तकनीक की खासियत यह है कि एक बार जब कोई डेटा एक ब्लॉकचेन के अंदर दर्ज हो जाता है, तो उसे बदलना नामुमकिन होता है।
उदाहरण के लिए जब आप ऑनलाइन कही पेमेंट करते तो कभी कभी बैंक सर्वर डाउन होने के कारन पेमेंट करने में मुश्किल होता है।
ऐसे में अगर कोई ऐसा तरीका हो जिसमे बैंक सर्वर डाउन होने के बावजूद भी आप पेमेंट कर सकते है तो कितना अच्छा होगा।
इसी को सम्पूर्ण बनाने के लिए ब्लॉकचैन का उपयोग किया जाता है। जिसमे मध्यस्थ लोगो की कोई जरुरत नहीं पड़ती है।
ऐसी तरीका को सम्पूर्ण बनाने के लिए ब्लॉकचैन का उपयोग किया जाता है। जिसमे मध्यस्थ लोगो की कोई जरुरत नहीं पड़ती है।
ब्लॉकचैन तकनीक की मूल समस्या है इसको नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। ऐसे में पैसा कहा से आया कहा गया इसे कोई नहीं बता सकता है।
जिसके कारण गैरकानूनी तरीके से पैसो का लेन देन शुरू हो जायेगा। जो की किसी भी देश की सुरक्षा के लिए उचित नहीं है।
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